मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के नाम व उनके कार्यकाल की सूची?
हेलो दोस्तों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के नाम व उनके कार्यकाल की सूची और उनके बारे में एक एक करके सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल के माध्यम से देंगे भारत के ह्रदय प्रदेश, मध्य प्रदेश, ने 1956 में अपनी स्थापना के बाद से 25 मुख्यमंत्रियों को देखा है। इन नेताओं ने राज्य की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक लैंडस्केप को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह लेख आपको मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सूची, उनके कार्यकाल और उनके योगदान के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।
1. पं. रविशंकर शुक्ल (1 नवंबर 1956 – 31 दिसंबर 1956):
प्रथम मुख्यमंत्री, जिन्होंने राज्य के गठन के बाद नींव रखी।
2. श्री भगवंतराव मंडलोई (9 जनवरी 1957 – 30 जनवरी 1957; 12 मार्च 1962 – 29 सितंबर 1963):
दो बार मुख्यमंत्री रहे, जिन्होंने शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए।
3. श्री कैलाशनाथ काटजू (31 जनवरी 1957 – 14 अप्रैल 1957; 15 अप्रैल 1957 – 11 मार्च 1962):
प्रसिद्ध वकील और राजनेता, जिन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था और विकास पर ध्यान केंद्रित किया।
4. पं. द्वारिका प्रसाद मिश्र (30 सितंबर 1963 – 8 मार्च 1967; 8 मार्च 1967 – 29 जुलाई 1967):
दो बार मुख्यमंत्री, जिन्होंने सामाजिक न्याय और गरीबों के उत्थान के लिए काम किया।
5. श्रीमती विजयाराजे सिंधिया (30 जुलाई 1967 – 25 मार्च 1969):
मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री, जिन्होंने शिक्षा और महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया।
6. श्री गोविंद नारायण सिंह (30 जुलाई 1967 – 12 मार्च 1969):
संक्षिप्त कार्यकाल, लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
7. श्री राजा नरेशचंद्र सिंह (13 मार्च 1969 – 25 मार्च 1969):
संक्षिप्त कार्यकाल, लेकिन राज्य में कृषि विकास पर ध्यान केंद्रित किया।
8. श्री श्यामाचरण शुक्ल (26 मार्च 1969 – 28 जनवरी 1972; 23 दिसंबर 1975 – 30 अप्रैल 1977):
दो बार मुख्यमंत्री, जिन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए।
9. श्री प्रकाश चंद्र सेठी (29 जनवरी 1972 – 22 मार्च 1972; 23 मार्च 1972 – 23 दिसंबर 1975):
दो बार मुख्यमंत्री, जिन्होंने राज्य में औद्योगिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया।
10. श्री कैलाश चंद्र जोशी (24 जून 1977 – 17 जनवरी 1978):
संक्षिप्त कार्यकाल, लेकिन राज्य में कानून व्यवस्था और विकास पर ध्यान केंद्रित किया।
11. श्री वीरेंद्र कुमार सखलेचा (18 जनवरी 1978 – 19 जनवरी 1980):
संक्षिप्त कार्यकाल, लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
12. श्री सुंदरलाल पटवा (20 जनवरी 1980 – 17 फरवरी 1980; 5 मार्च 1990 – 15 दिसंबर 1992):
दो बार मुख्यमंत्री, जिन्होंने राज्य में जनता विकास के काम में लगाये है।
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