नई दिल्ली :- देश में करोड़ों लोग UPI सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं। यूपीआई सेवा से किया गया लेनदेन बिल्कुल निशुल्क है। अगर इस लेनदेन पर किसी भी तरह का शुल्क लगा दिया जाता है तो 70% लोग इसका इस्तेमाल बंद कर देंगे ।सर्वे के अनुसार 38% उपयोगकर्ता अपना 50% भुगतान डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड या किसी अन्य प्रकार के डिजिटल माध्यम के बजाय यूपीआई के जरिए करते हैं। इनमें से केवल 22% लोग ऐसे हैं जो UPI शुल्क का बोझ उठाने को तैयार है।
यूपीआई को लेकर हुआ एक सर्वे
पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा लोग यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। यूपीआई को लेकर एक सर्वे किया गया है जिससे पता लगा है कि अगर यूपीआई लेनदेन पर शुल्क लगा दिया गया तो 75% लोग यूपीआई का उपयोग बंद कर देंगे। वहीं 22% यूपीआई उपयोगकर्ता भुगतान पर लेनदेन का शुल्क बोझ उठाने को तैयार हैं।
क्या यूपीआई के लेनदेन पर लगेगा शुल्क
सर्वेक्षण रिपोर्ट में बताया गया है कि यूपीआई तेजी से 10 में से चार उपभोक्ताओं के भुगतान का अभिन्न अंग बन रहा है। अगर इस पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष लेन देन शुल्क लगाया गया तो लोग इसका कड़ा विरोध किया जाएगा।2022-23 में यूपीआई से 14900 अरब रुपए का लेनदेन हुआ था जो कि इस साल बढ़कर एक लाख 99890 अरब तक पहुंच गया है। ऐसे में अगर इस पर कोई शुल्क लगा दिया जाता है तो इसके लेनदेन पर काफी असर होगा।