इन किसानों की हो गई बल्ले- बल्ले, अब धान पर मिलेगा 3100 रुपए का MSP और बोनस अलग
Advertisements

इन किसानों की हो गई बल्ले- बल्ले, अब धान पर मिलेगा 3100 रुपए का MSP और बोनस अलग

Advertisements

नई दिल्ली :- किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से सरकार की ओर से किसानों के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनका उन्हें लाभ मिल रहा है। इसी कड़ी में राज्य सरकार की ओर से किसानों को उनकी फसल खरीद पर बोनस भी दिया जा रहा है जिससे उन्हें अपनी फसल के बेचने पर 3100 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी (MSP) दिया जाएगा जिसमें बोनस के 800 रुपए शामिल होंगे। इस तरह राज्य के किसानों को इस बार धान विक्रय करने पर केंद्र द्वारा निर्धारित एमएसपी 2300 रुपए के साथ 800 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस दिया जाएगा। इस राशि को राज्य के मुख्यमंत्री 8 दिसंबर को जारी करेंगे।

Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

Advertisements

किसानों को इनपुट सहायता के रूप में दी जाएगी बोनस राशि

राज्य के मुख्यमंत्री के मुताबिक किसानों को इनपुट सहायता के रूप में प्रति क्विंटल धान पर 800 रुपए की अतिरिक्त राशि दी जाएगी, क्योंकि राज्य के किसानों को अक्सर बाढ़, चक्रवात, सूखा और फसलों पर कीटों के हमलों जैसी आपदाओं से जुझना पड़ता है जिससे फसल प्रभावित होती है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए धान किसानों को इस बार 3100 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। धान के लिए 3100 रुपए प्रति क्विंटल की इस राशि में न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी के रूप में 2300 रुपए और इनपुट सहायता के रूप में 800 रुपए शामिल हैं।

See also  Holiday In Schools: सभी स्कूलों में अगले तीन दिन की छुट्टी के आदेश, इन जगहों पर बंद रहेंगे सभी स्कूल

किसानों से विधानसभा चुनाव में किया था वादा

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पिछले दिनों राज्य के किसानों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए धान के लिए प्रति क्विंटल 800 रुपए की अतिरिक्त राशि देने का ऐलान किया था। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा-पत्र में ओडिशा के धान किसानों को 3100 रुपए प्रति क्विंटल देने का वादा किया था। भाजपा सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार 8 दिसंबर को बरगढ़ जिले के सोहेला में राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन आयोजित करेगी जिसमें किसानों को प्रति क्विंटल 800 रुपए की अतिरिक्त राशि जारी की जाएगी। किसान को एमएसपी के साथ इस अतिरिक्त राशि का भुगतान डीबीटी के माध्यम से 48 घंटे के अंदर उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

Advertisements
See also  Dhan Mandi Bhav: धान के भावों में तेजी से खिले किसानों के चेहरे, यहाँ से चेक करे धान के ताजा रेट

ओडिशा में शुरू हुई सीएम किसान योजना

ओडिशा सरकार की ओर से किसानों के लिए लाभार्थी सीएम किसान योजना के साथ कालिया योजना शुरू की गई है। इसके लिए राज्य बजट में 1935 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस योजना के तहत तीन घटकों को शामिल किया है जिसके तहत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह तीन घटक इस प्रकार से हैं-

खेती के लिए किसानों को सहायता

योजना के इस घटक के तहत छोटे और सीमांत किसानों को खेती के लिए हर साल 4,000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह वित्तीय सहायता 2,000 रुपए प्रति फसल सीजन के हिसाब से साल में दो बार दो किस्तों में दी जाएगी। इसमें पहली किस्त रबी फसल सीजन और दूसरी किस्त खरीफ फसल सीजन के लिए जारी की जाएगी। इससे प्राप्त होने वाली किस्त से किसान खेती के लिए उर्वरक, बीज और कीटनाशकों जैसे कृषि इनपुट खरीद सकते हैं।

See also  हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सैनी का नया ऐलान, होली से पहले किसानों को मिलेगा बड़ा गिफ्ट

भूमिहीन कृषि परिवारों को आजीविका सहायता

योजना के दूसरे घटक में भूमिहीन किसान जो बागवानी, पशुधन और मत्स्य पालन आधारित गतिविधियों से जुड़े हुए है, उन्हें इस घटक के तहत हर साल 12,500 रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस योजना के तहत छोटी बकरी पालन इकाइयां, डकरी इकाइयां, मिनी परत इकाइयां, मछुआरों के लिए मत्स्य पालन किट, मशरूम की खेती, शहद की मक्खियों को पालना, तसर की खेती, डेयरी फार्मिंग, दोहरे उद्देश्य वाली कम इनपुट प्रौद्योगिकी वाली पक्षी इकाइयों को शामिल किया गया है।

कृषि विद्या निधि योजना

इस योजना का तीसरा घटक कृषि विद्या निधि योजनाहै जिसके तहत योजना के लाभार्थियों के बच्चों को राज्य के एआईएसएचई कोड वाले सरकारी और निजी संस्थानों में इंजीनियरिंग, मेडिकल, नर्सिंग, कृषि और संबद्ध डिप्लोमा और आईटीआई में विभिन्न ट्रेडों जैसे- पेशेवर या तकनीकी पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Scroll to Top