नई दिल्ली :- पीएम ने कहा कि हमने महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए ग्रामीण महिलाओं को जोड़ा है। आज देश की दस करोड़ बहनें ग्रुप में जुड़ी हैं। वह इस ग्रुप के जरिए कमाई कर रही हैं। सरकार ने महिलाओं को आठ लाख करोड़ रुपए से ज्यादा मदद दी है। आपकी भूमिका असाधारण है, आपका योगदान बहुत बड़ा है। आप ही देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का काम कर रही हैं। मैंने लाल किले से तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने की घोषणा की है। अभी तक एक करोड़ पन्द्रह लाख लखपति दीदी बन चुकी हैं। हरियाणा में नमो ड्रोन दीदी की बहुत चर्चा है। हरियाणा चुनाव के दौरान मैंने कुछ इंटरव्यू पढ़े थे, उनमें महिलाओं ने बताया था कि कैसे उन्हें ड्रोन दीदी बनने का अवसर मिला। इससे उनको तीन लाख रुपए की कमाई हुई। यानी एक सीजन में लाखों की कमाई हो रही है। खेती और बहनों का जीवन दोनों बदल रहा है।
20 हजार करोड़ रुपए क्लेम
पीएम ने कहा कि सोशल सिक्योरिटी के लिए, गरीबी को जड़ से मिटाने के लिए बीमा सखी अहम भूमिका निभाएगी। सरकार प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना चला रही है। बहुत कम प्रीमियम में दो-दो लाख तक का बीमा कराया जाता है। आज जो लोग बीमा कराने की सोच नहीं सकते थे उनका बीमा हो रहा है। इन योजनाओं के तहत अब तक देश में 20 हजार करोड़ रुपए क्लेम किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि ऐसी लाखों बैंक सखियां आज बैंकों में अपनी सेवाएं दे रही हैं। बीमा सखी योजना के तहत दो लाख महिलाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। दसवीं पास बहनों बेटियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। तीन साल तक आर्थिक मदद की जाएगी। बीमा से जुड़े सेक्टर का डाटा बताता है, हर महीने बीमा एजेंट पन्द्रह हजार रुपए कमाता है। इस तरह से देखें तो बीमा सखी साल में पौने दो लाख रुपए कमाएंगी।
तीस करोड़ महिलाओं के बैंक खाते
पीएम ने कहा कि आजादी के बाद भी अधिकतर महिलाओं के बैंक खाते नहीं थे, इसलिए हमारी सरकार ने सबसे पहले माताओं-बहनों के जनधन बैंक खाते खुलवाए। आज गर्व है कि तीस करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खुल गए। आज जनधन बैंक खाते न होते तो गैस सब्सिडी के पैसे आपके खाते में न आते। उन्होंने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ नहीं मिल पाता। रेहड़ी लगाने वाली महिलाओं के लिए बैंक के दरवाजे हमेशा बंद रहते हैं। गांव-गांव में बैंकिंग सुविधा पहुंचाने में हमारी बहनों ने भूमिका निभाई है। जिनके बैंक खाते नहीं थे, वह अब बैंक सखी बनने जा रही हैं।