नई दिल्ली :- गर्मियों का मौसम आने वाला है। इस दौरान बहुत से लोग गर्मी और धूप से बचने के लिए अपनी गाड़ियों की विंडो की ग्लास पर ब्लैक फिल्म लगवा लेते हैं। जिसका खामियाजा उन्हें आगे चलकर भुगतना पड़ता है। और यह खामियाजा उन्हें ट्रैफिक चालान भरकर करना पड़ता है। जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि आप किस तरह से अपनी कार की विंडो के शीशे पर काली फिल्म लगावाएं जिससे आपका ट्रैफिक चालान नहीं कटे। इसके साथ ही हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि गाड़ियों में काली फिल्म लगाने को लेकर ट्रैफिक नियम क्या है।
भारत में ब्लैक फिल्म लगाने का कानून
भारत में कार की शीशों पर ब्लैक फिल्म (Black film on Car Windows) लगाने को लेकर नियम बहुत ही साफ है। भारतीय सड़कों पर इसको लेकर काफी कड़ा कानून है। कार की शीशों पर ब्लैक फिल्म लगवाने को लेकर भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश दिया था कि कार के सामने और पीछे के शीशों के आर-पार दिखने की विजिबिलिटी का कम से कम 70% होना चाहिए और साइड के शीशों की विजिबिलिटी कम से कम 50% तक होनी चाहिए। अगर बाहर से अंदर और अंदर से बाहर की तरफ 50 प्रतिशत तक साफ-साफ दिखाई देना चाहिए और इससे कम विजिबिलिटी रहती है तो उसे कानून का उल्लंघन माना जाएगा।
कितना है ट्रैफिक चालान
कार के शीशों पर ब्लैक फिल्म लगाने पर 5000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक का चालान (Traffic Challan on Black film) लगाया जा सकता है। इसके साथ ही पुलिस आपको ऊपर आपराधिक मामले में मुकदमा भी दर्ज कर सकती है। वहीं, पुलिस आपको कार के शीशों पर लगी ब्लैक फिल्म को हटाने और कार्रवाई का आदेश भी दे सकती है। इन नियम का बार-बार उल्लंघन करने पर वाहन का रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जा सकता है।