नई दिल्ली :- गाड़ियों में फास्टैग ना लगा होने की वजह से टोल प्लाजा पर कैश में दो गुना चार्ज देने वाले लोगों के लिए एनएचएआई बुधवार से एक नई शुरुआत कर रही है। फिलहाल यह शुरुआत देश में एक ही टोल प्लाजा हरियाणा में मानेसर के पास खेड़कीदौला टोल से की जा रही है। जहां कैश में दो गुना चार्ज देने वाले बुधवार से यूपीआई के माध्यम से भी पेमेंट कर सकेंगे। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि नकद पैसा देने वालों को रोक दिया जाएगा। कैश के साथ-साथ यूपीआई पेमेंट का भी विकल्प दिया जाएगा।
ट्रायल मोड पर सेवा
एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि यहां इसे एक तरह से ट्रायल मोड पर शुरू करना भी कहा जा सकता है। क्योंकि, इस टोल पर यूपीआई पेमेंट शुरू करने पर यह भी स्टडी की जाएगी कि क्या इससे पेमेंट से टाइम अधिक तो नहीं लग रहा है। जिससे की टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी कतारें ना लग जाएं। हालांकि, अभी तक की स्टडी में माना जा रहा है कि यूपीआई से पेमेंट करने से नकद के मुकाबले समय कम लगेगा, लेकिन कितना कम या अधिक। यह सब फीडबैक इसके शुरू होने के बाद ही लग सकेगा।
एनएचएआई की तैयारी क्या?
एनएचएआई का कहना है कि इन तमाम फीडबैक के साथ जल्द ही देश के तमाम टोल प्लाजा पर भी यूपीआई से पेमेंट करने का विकल्प शुरू कर दिया जाएगा। इसे शुरू करने में कितना समय लगेगा? इसके जवाब में अधिकारियों का कहना है कि यह काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। इसके लिए तमाम टोल प्लाजा पर क्यूआर कोड दिया जाएगा। जो की उस टोल को चलाने वाली कंपनी चलाने वाली कंपनी के नाम होगा।
यूपी में हुआ था क्या फर्जीवाड़ा?
इससे हाल ही में उत्तर प्रदेश में नकद में टोल देने वाले सिस्टम में आए बड़े फर्जीवाड़ा को भी रोका जा सकेगा। जिसमें टोल प्लाजा वालों ने अपने सिस्टम में एनएचएआई के नाम का नकली सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर रखा था। इससे वह बिना फास्टैग वाली गाड़ियों से जुर्माने के रूप में जो डबल टोल लेते थे। वह सारा उनके खाते में चला जाता था, एनएचएआई को उसका हिस्सा नहीं मिल पाता था। लेकिन यूपीआई पेमेंट से इस तरह के फर्जीवाड़े को भी रोका जा सकेगा। खेड़कीदौला टोल पर हाल ही में संसद की पब्लिक अकाउंट कमिटी (PAC) ने आकर जांच भी की थी। इसकी रिपोर्ट अभी आनी है। इस टोल पर जाम लगने जैसी समस्या भी बार-बार सामने आती रहती है।