चंडीगढ़ :- हरियाणा सरकार ने राज्य में सरकारी नौकरियों की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक बनाने के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) की शुरुआत की थी। यह परीक्षा HSSC द्वारा आयोजित की जाती है और Group-C व Group-D पदों पर भर्ती के लिए अनिवार्य हो गई है। 🎯
📌 अब सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है – जो युवा CET पास करने के बाद भी 1 साल के भीतर नौकरी हासिल नहीं कर पाए, उन्हें हर महीने ₹9000 की आर्थिक सहायता मिलेगी! 🙌
🔍 क्या है CET और इसका फायदा?
📄 CET परीक्षा में पास उम्मीदवारों को बार-बार अलग-अलग परीक्षाएं नहीं देनी पड़ती
🏢 एक बार रजिस्ट्रेशन करने पर स्कोर 3 साल तक मान्य रहता है
🎯 स्कोर कार्ड के आधार पर उम्मीदवारों को सीधे मुख्य परीक्षा या इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है
💸 अलग-अलग फॉर्म भरने व फीस देने की झंझट खत्म!
💸 नई योजना की प्रमुख बातें
✅ योजना का लाभ केवल CET पास युवाओं को मिलेगा
⏳ अगर 1 साल में नौकरी नहीं मिलती, तभी योजना लागू होगी
💰 हर महीने ₹9000 की सहायता राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी
🗓️ यह लाभ अधिकतम 2 वर्षों तक मिलेगा
🔄 सहायता DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के ज़रिए भेजी जाएगी
🎯 सरकार का उद्देश्य क्या है?
हरियाणा में बेरोजगारी लंबे समय से चुनौती रही है। CET ने जहां भर्ती प्रक्रिया को आसान बनाया है, वहीं कुछ उम्मीदवार अभी भी सरकारी नौकरी से वंचित हैं।
🧠 सरकार चाहती है कि ये युवा आर्थिक रूप से पीछे न रहें और अपनी पढ़ाई, कोचिंग, स्किल डिवेलपमेंट या छोटा व्यवसाय शुरू कर सकें।
📚 ₹9000 की मदद से वे ऑनलाइन कोर्स, वर्कशॉप या कोचिंग भी कर सकते हैं।
👥 कितने युवाओं को मिलेगा फायदा?
📊 अब तक करीब 11 लाख युवाओं ने CET पास किया है
📈 अनुमान है कि शुरुआती दौर में 2-3 लाख युवा इस स्कीम का लाभ ले पाएंगे
💰 इस योजना से सरकार पर हजारों करोड़ का खर्च आएगा, लेकिन इसे युवाओं में निवेश के रूप में देखा जा रहा है