चडीगढ़ :- हरियाणा सरकार ने जमीन रजिस्ट्री को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है, जिससे अब ज़मीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल हो जाएगी। इसका मकसद है– भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना, पारदर्शिता बढ़ाना और आम लोगों को राहत देना ✅
🔹 अब रजिस्ट्री के लिए नहीं लगाने होंगे सरकारी दफ्तरों के चक्कर
नई व्यवस्था के तहत अब किसी को रजिस्ट्रार कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी। लोग घर बैठे ऑनलाइन दस्तावेज़ अपलोड कर सकेंगे और पूरी रजिस्ट्री प्रक्रिया डिजिटल रूप में पूरी होगी 💻🏡
🔹 प्रॉपर्टी ID होगी रजिस्ट्री की पहचान
अब जमीन की रजिस्ट्री प्रॉपर्टी ID के आधार पर होगी। यह सिस्टम फिलहाल सोनीपत और करनाल में लागू किया जाएगा, और फिर पूरे राज्य में विस्तार होगा 📍🆔
🔹 आधार से लिंक होगी हर रजिस्ट्री
हर खरीदार और विक्रेता को अपना आधार कार्ड रजिस्ट्री से लिंक कराना होगा। बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के बिना अब रजिस्ट्री संभव नहीं होगी 🔐👆
🔹 होगी वीडियो रिकॉर्डिंग, मिलेगा पुख्ता सबूत
रजिस्ट्री के दौरान खरीदार और विक्रेता के बयान की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी, जो सरकार के डिजिटल सर्वर पर सुरक्षित रहेगी 🎥🗣️ यह कदम भविष्य में किसी भी विवाद की स्थिति में सबूत के तौर पर काम आएगा।
🔹 ऑनलाइन भुगतान की सुविधा
अब रजिस्ट्री शुल्क जमा करने के लिए डिजिटल पेमेंट का सहारा लिया जाएगा। कैश का झंझट खत्म! लोग क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, UPI और नेटबैंकिंग से पेमेंट कर सकेंगे 💳📲
🔹 शहरी क्षेत्रों की होगी डिजिटल मैपिंग
राज्य सरकार एक बड़ी मैपिंग परियोजना पर भी काम कर रही है, जिसके तहत शहरी जमीनों की डिजिटल मैपिंग की जाएगी। इसके बाद नामांतरण (mutation) की आवश्यकता भी खत्म हो जाएगी 🗺️🏙️
📣 केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधानसभा सत्र में जानकारी दी कि अब शहरी और ग्रामीण रजिस्ट्रियों की अलग-अलग श्रेणियां खत्म कर दी गई हैं, जिससे पूरे सिस्टम को एक समान और आसान बनाया गया है ⚖️
✨ इस नई व्यवस्था से जमीन रजिस्ट्री होगी पारदर्शी, सुरक्षित और समय की बचत वाली!
क्या आप इस डिजिटल बदलाव के लिए तैयार हैं? 📲💼