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नई दिल्ली, Chandra Grahan :- सनातन धर्म में चंद्र ग्रहण को विशेष दर्जा दिया गया है। यह खगोलीय घटना है, जो पूर्णिमा तिथि पर होती है। सनातन शास्त्रों में चंद्र ग्रहण के नियम के बारे में बताया गया है। माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान वर्जित कामों को करने से जातक को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पृथ्वी और चंद्रमा के बीच सूर्य के उपस्थित होने की वजह से चंद्र ग्रहण लगता है। अब कुछ ही दिनों में नए साल की शुरुआत होने जा रही है, तो ऐसे में चलिए जानते हैं कि साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण (Lunar eclipse 2025 Date) कब लगेगा और इस ग्रहण का असर भारत में मान्य होगा या नहीं?
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चंद्र ग्रहण 2025 डेट और टाइम (Chandra Grahan 2025 Date and Time)
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण फाल्गुन माह में पूर्णिमा तिथि पर लगेगा। हर साल फाल्गुन पूर्णिमा पर होली का पर्व मनाया जाएगा। इस बार 14 मार्च को फाल्गुन पूर्णिमा है। इस शुभ तिथि पर साल का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा, लेकिन यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसी वजह से इसका सूतक काल मान्य भी नहीं होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्रहण दिखने पर ही सूतक मान्य होता है। चंद्र ग्रहण 14 मार्च (Kab Hai Chandra Grahan 2025) को सुबह 09 बजकर 29 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 29 मिनट तक है।
किन देशों में मान्य होगा चंद्र ग्रहण?
साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, प्रशांत महासागर, एशिया के कुछ हिस्से, दक्षिणी उत्तरी ध्रुव, ऑस्ट्रेलिया, अटलांटिक महासागर और यूरोप में दिखाई देगा। भारत में चंद्र ग्रहण मान्य नहीं होगा।
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चंद्र ग्रहण के समय इन बातों का रखें ध्यान
- चंद्र ग्रहण की अवधि के दौरान देवी-देवताओं की मूर्ति को छूना वर्जित है। इसके अलावा पूजा-पाठ भी नहीं करना चाहिए। इस दौरान देवी-देवताओं के नामों का जप करना शुभ माना जाता है।
- ज्योतिषीयों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के समय पृथ्वी पर राहु का प्रभाव बढ़ जाता जाता है, तो ऐसे में खाना न बनाएं। भोजन का सेवन न करें।
- गर्भवती महिलाओं, बीमार व्यक्ति और बच्चे को जरूरत पड़ने पर भोजन कर सकते हैं।
- ग्रहण के दौरान सोना वर्जित है।
- इसके अलावा चंद्र ग्रहण के दौरान नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। जैसे- कैंची, चाकू और सुई आदि।