बोरिंग में की गई सिंचाई की व्यवस्था
कृषि उप निदेशक संतोष कुमार द्विवेदी ने बताया कि पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत सिंचाई के लिए जो बोरिंग हुए हैं, उनके लिए सोलर पंप की व्यवस्था है. इसके साथ ही उस सोलर पंप पर अनुदान भी दिया जा रहा है. इस योजना के तहत 60 प्रतिशत का अनुदान देय है. इसमें अलग-अलग बोरिंग के हिसाब से अलग-अलग हॉर्स पॉवर का सोलर पंप लगाया जाता है और किसान की जरूरत के अनुसार ही उसके खेत पर सोलर पंप लगाया जाता है. उन्होंने कहा कि इसमें अलग-अलग बोरिंग होते हैं. किसी की गहराई ज्यादा होती है. किसी की कम होती है. जिसको देखते हुए बोरिंग पर उसी के हिसाब से हॉर्स पावर का पंप लगाया जाता है और उसे पंप की लागत का 60% सब्सिडी किसान को दी जाती है. इसके साथ ही 40 प्रतिशत कृषक का अंश होता है.
कम पैसों में मिलती है बोरिंग की सौगात
जिससे बहुत ही कम पैसों में उसे सोलर पंप मिल जाता है और वह अपने खेतों की सिंचाई आसानी से कर लेता है. उन्होंने कहा कि मुरादाबाद जनपद में 1020 का लक्ष्य है. इसके साथ ही इसमे जो सभी इच्छुक कृषक हैं, वह तत्काल ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं. इसको लेकर आवेदन प्रक्रिया चल रही है. जो भी इच्छुक किसान सोलर पंप लगवाना चाहते हैं. वह कृषि विभाग के पोर्टल पर आवेदन कर अपने खेत पर सोलर पंप लगवा सकते हैं.