नई दिल्ली :- दिल्ली बुलियन मार्केट में आज तीसरे दिन सोने के भाव में गिरावट देखने को मिली है. अगर कल के मुकाबले आज के दाम की तुलना की जाए तो 24 और 22 कैरेट सोने की कीमत में करीब 750 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आई है. 22 कैरेट सोना अब 79,300 रुपये के आसपास पहुंच गया है. यह गिरावट वैश्विक बाजार के रुझान और घरेलू मांग में कमी के कारण देखी जा रही है.
हाल ही में सोने की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है. जिसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोर रुख और ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता है. अमेरिका में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के नए आंकड़े जल्द जारी होने वाले हैं. जिससे यह तय होगा कि वहां की ब्याज दरें कम होंगी या नहीं. अगर ब्याज दरें ऊंची बनी रहती हैं, तो निवेशक सोने की बजाय अन्य विकल्पों की ओर आकर्षित होंगे. जिससे सोने की मांग घटेगी और कीमतों में गिरावट आएगी.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती भी सोने की कीमतों पर असर डाल रही है. जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना महंगा हो जाता है और निवेशकों की इसमें रुचि कम हो जाती है. इसके अलावा, भारतीय बाजार में भी सोने की कीमतों पर दबाव बना हुआ है. हालांकि शादी-ब्याह और त्योहारों के कारण इसकी मांग बनी रहने की संभावना है. जिससे कीमतों में स्थिरता आ सकती है.
दिल्ली में आज 24 कैरेट सोने की कीमत 750 रुपये की गिरावट के साथ 86,810 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई. जबकि 22 कैरेट सोना 79,540 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है. मुंबई में 24 कैरेट सोने का दाम 86,660 रुपये और 22 कैरेट सोना 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है.
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट | 24 कैरेट गोल्ड रेट |
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दिल्ली | 79,540 रुपये | 86,810 रुपये |
चेन्नई | 79,390 रुपये | 86,660 रुपये |
मुंबई | 79,390 रुपये | 86,660 रुपये |
कोलकाता | 79,390 रुपये | 86,660 रुपये |
13 फरवरी को चांदी की कीमत 99,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर बनी रही. पिछले कुछ दिनों में इसमें कोई बदलाव नहीं देखा गया है. लेकिन बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के कारण भविष्य में इसकी कीमतों में बदलाव हो सकता है. भारत में सोने की कीमतें कई कारणों से प्रभावित होती हैं. जिनमें प्रमुख रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार के दाम, सरकार के टैक्स और रुपए की विनिमय दर में बदलाव शामिल हैं. भारतीय बाजार में सोना केवल निवेश का साधन नहीं. बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा का अहम हिस्सा भी है. शादी-ब्याह और त्योहारों पर इसकी मांग बढ़ने से दाम भी बढ़ जाते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिका में ब्याज दरें ऊंची बनी रहती हैं और डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है. हालांकि भारतीय बाजार में पारंपरिक रूप से सोने की मांग बनी रहती है. जिससे इसकी कीमतें लंबे समय तक स्थिर रह सकती हैं.