नई दिल्ली :- कई बार देखने के लिए मिलता है कि बहुत से लोगों के पास भले ही कार इंश्योरेंस हो, लेकिन इसके बाद भी उन्हें क्लेम करने पर पूरा मुआवजा नहीं मिलता है। बहुत सी कार इंश्योरेंस कंपनियां ऐसा इसलिए करती है, क्योंकि इस दौरान कंपनियां क्लेम का पैसा में कटौती कर देते हैं। अगर आप चाहते हैं कि किसी हादसे या चोरी की स्थिति में आपको पूरा इंश्योरेंस बेनिफिट मिले, तो आपको कुछ अपनी कार बीमा में कुछ खास एड-ऑन (Add-On) कवर को पॉलिसी के साथ खरीदना चाहिए। यह आपके नुकसान को कम कर सकते हैं और क्लेम के समय में बड़ी राहत भी दे सकते हैं। हम यहां पर आपको ऐसे तीन एड-ऑन के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी कार का एक-एक पैसा आपको दिलाने में मदद करेगी।

1. रिटर्न टू इनवॉइस कवर
अगर आपकी कार चोरी हो जाती है या किसी बड़े हादसे में पूरी तरह से टूट-फूट जाती है, तो इंश्योरेंस कंपनी न केवल आपको उसकी IDV (Insured Declared Value) का भुगतान करेगी, बल्कि आपकी कार की जो ऑन-रोड कीमत भी देगी। इसे आमतौर पर नई कार खरीदने के तीन साल तक ही लिया जा सकता है और इसे कार के शुरुआती वर्षों में जरूर लेना चाहिए।
2. इंजन प्रोटेक्शन कवर
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कार का इंजन सबसे अहम पार्ट होता है, इसके खराब होने पर आपको काफी पैसा खर्च हो सकता है। अगर किसी हादसे में इंजन को नुकसान पहुंचाता है या फिर किसी तकनीकी खराबी की वजह से इसे रिपेयर करने की जरूरत होती है, तो फिर सामान्य इंश्योरेंस पॉलिसी में इसके खर्च को शामिल नहीं किया जाता है। वहीं, अगर आप इंजन प्रोटेक्शन कवर को अपनी कार इंश्योरेंस में एड करवाते हैं, तो फिर इंजन रिपेयर या बदलने होने वाले खर्च को बीमा कंपनी उठाती है। यह कवर इंजन में पानी चले जाने पर होने वाले नुकसान में किसी तरह का मदद नहीं करता है।
3. जीरो डेप्रिसिएशन कवर
हर साल कार के पार्ट्स में किसी न किसी तरह की खराबी आती ही रहती है, जिसे डेप्रिसिएशन कहा जाता है। अगर आपके पास यह कवर है, तो फिर बीमा कंपनी आपको स्पेयर पार्ट्स की कीमत का भी भुगतान करती है, जिसकी वजह से आपको आपकी कार में लगे स्पेयर पार्ट्स की भी पूरी कीमत मिलती है। यह कवर खासतौर पर नई और महंगी कारों के लिए काफी फायदेमंद होता है।