गुरुग्राम :- स्मार्ट सिटी फरीदाबाद के लोगों के लिए राहत की खबर है। मेट्रो के तुगलकाबाद-एरोसिटी रूट का निर्माण पूरा होने के बाद गुरुग्राम की दो घंटे की दूरी एक घंटे में सिमट जाएगी। इस परियोजना के तहत एक सुरंग (टनल) का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसका गुरुवार को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना एनसीआर के लाखों यात्रियों के लिए लाभदायक होगी।
सबसे अधिक राहत फरीदाबाद-गुरुग्राम सफर करने वाले यात्रियों को होगी। इस रूट पर मार्च 2026 तक मेट्रो सेवा शुरू होने की संभावना है। लेकिन फरीदाबाद-गुरुग्राम और बल्लभगढ़-पलवल मेट्रो परियोजना पर भी फाइलों तक सीमित हैं। स्मार्ट सिटी से रोजाना लाखों लोग गुरुग्राम आते-जाते हैं। फिलहाल सड़क मार्ग ही एक मात्र विकल्प है। मेट्रो से गुरुग्राम तक जाना है, तो पहले दिल्ली केंद्रीय सचिवालय जाना पड़ता है और फिर वहां से गुरुग्राम पहुंचना पड़ता है। यह रूट काफी लंबा है, जिससे यात्रियों को गुरुग्राम पहुंचने में करीब दो घंटे से अधिक का समय लग जाता है।
तुगलकाबाद से एरोसिटी तक बनने वाली इस मेट्रो लाइन के तहत आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। टनल निर्माण के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि इस रूट पर हाई-स्पीड मेट्रो चलाई जाएगी, जिससे यात्रियों को आरामदायक और तेज सफर की सुविधा मिलेगी। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना का निर्माण कार्य तय समय पर पूरा करने की योजना बनाई गई है और मार्च 2026 तक इसे यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।
लाखों यात्रियों को मिलेगा लाभ
तुगलकाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद शहर वासियों को गुरुग्राम जाने के केंद्रीय सचिवालय जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। वे यहां से सीधा तुगलकाबाद पहुंच कर साकेत मेट्रो स्टेशन से सीधी मेट्रो पकड़ सकेंगे। इससे यात्रा में करीक एक घंटे का समय बचेगा।