नई दिल्ली:- माना जाता है कि अगर कुंडली में पितृ दोष लग जाए, तो इससे व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियां खड़ी हो जाती हैं। यह भी माना जाता है कि पितृ दोष कई पढ़ियों तक चलता है। इस दोष के लगने पर घर में अशांति और क्लेश का माहौल बना रहता है। ऐसे में इससे छुटकारा पाने के लिए कुछ व्रत भी बताए गए हैं, जो इस प्रकार हैं।
कौन-सा व्रत है लाभकारी
कर सकते हैं ये काम
व्रत रखने के साथ-साथ पितृ दोष से मुक्ति के लिए रोजाना सुबह-शाम पूजा के बाद घर में कपूर जलानी चाहिए। इसी के साथ रोजाना मिट्टी के दीपक में तेल डालकर घर की दक्षिण दिशा दीपक जलाएं औप पितरों का ध्यान करते हुए अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगे।
करें इन मंत्रों का जाप
पितृ दोष से मुक्ति के लिए के 21 सोमवार तक गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए। इससे आपको अपनी स्थिति में लाभ देखने को मिल सकता है।गायत्री मंत्र –ॐ भूर्भुवः स्वःतत्सवितुर्वरेण्यंभर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥महामृत्युंजय मंत्र –ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् || अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।