नई दिल्ली, RBI News :- अपना घर लेने का सपना तो हर किसी का होता है. इस सपने को पूरा करने के लिए बैंक आपको अनेक प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराता है तथा होम लोन भी देता है. यदि आपने भी होम लोन लिया है तो यह खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है. होम लोन की ईएमआई को कम करने के ऊपर आरबीआई का बड़ा फैसला आने वाला है.
ब्याज दर पर RBI का फैसला
नीतिगत ब्याज दर पर RBI का फैसला जल्द आने वाला है. आरबीआई की बैठक 3 अप्रैल से शुरू हो चुकी है. उम्मीद लगाई जा रही है कि केंद्रीय बैंक एक बार फिर रिपोर्ट दर को स्थिर रख सकता है. इसके पीछे आरबीआई का मकसद महंगाई को नियंत्रित करना है. आर्थिक विकास दर पर चिंताएं कम होने के कारण वास्तविक मुद्रास्फीति पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद लगाई जा रही है. 1 अप्रैल से नए वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है. इस साल आरबीआई 6 एमपीसी बैठके आयोजित करेगा. जानकारी के लिए आपको बता दे कि RBI ने आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट को बढ़ाया था और तब से यह 6.5 पर स्थिर है.
एक्सपर्टस की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि MPC की बैठक में अमेरिका और ब्रिटेन जैसे कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के केंद्रीय बैंकों के रुख पर ध्यान दिया जाएगा. यह केंद्रीय बैंक वर्तमान ब्याज दरों में कटौती को लेकर देखो और इंतजार करो की स्थिति में है. स्विट्जरलैंड ब्याज दरों में कटौती करने वाली पहली बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जबकि दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जापान ने हाल ही में नकारात्मक ब्याज दरों को खत्म करने का निर्णय लिया है.
जीडीपी विकास
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तथा दूसरी तिमाही के लिए स्थल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर के अनुमान को संशोधित कर क्रमशः 8.2 तथा 8.1% कर दिया है. जानकारी के लिए आपको बता दे कि पिछले वर्ष दिसंबर तिमाही में यह विकास दर 8.4 फ़ीसदी थी. सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक की शोध रिपोर्ट का कहना है कि मौद्रिक नीति में उदार रूख की वापसी जारी रह सकती है.
कमेटी के सदस्य
गवर्नर दास की अध्यक्षता वाली समिति में शशांक भिड़े, आशिमा गोयल, जयंत आर वर्मा, राजीव रंजन तथा माइकल देवव्रत पात्रा भी शामिल है. सरकार ने आरबीआई से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि खुदरा मुद्रा स्पीति 2% घट – बढ़ के साथ 4% पर बनी रहे. फरवरी महीने में खुदरा महंगाई दर 5.1 फ़ीसदी रही है.