नई दिल्ली :- टेलीकॉम इंडस्ट्री फिलहाल सरकार को 8% लाइसेंस फीस दे रही है। कंपनियों ने लाइसेंस फीस को कम करने की मांग की है। कंपनियों का कहना है कि लाइसेंस फीस को 8% से घटकर 0.5 या 1% कर देना चाहिए ।अगर यह फीस कम हो जाएगी तो नेटवर्क का अपग्रेडेशन होगा और एक्सपेंशन करना आसान हो जाएगा ।इससे लोगों को भी काफी फायदा होगा। टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि पहले लाइसेंस को स्पेक्ट्रम के साथ जोड़ा गया था। उस दौरान लाइसेंस शुल्क लगाना उचित था। लेकिन 2012 में स्पेक्ट्रम को लाइसेंस से अलग कर दिया गया था। इसलिए अब लाइसेंस शुल्क को कम करना चाहिए।
क्या टेलीकॉम कंपनी की लाइसेंस फीस होगी कम
टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि सरकार और टेलीकॉम नियामक भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि इस काम में प्रॉफिट की परसेंटेज बहुत कम है। इसलिए टेलीकॉम कंपनियां सरकार से लाइसेंस फीस कम करने की मांग कर रही है। टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि डिजिटल नेटवर्क में भी लगातार सुधार हो रहे हैं ।
रिचार्ज प्लान हो सकते हैं सस्ते
सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की तरफ से बताया गया है कि भारत में जिओ ,एयरटेल ,वोडाफोन आइडिया तीन मुख्य टेलीकॉम ऑपरेटिंग कंपनी है । यह सभी कंपनियां फिलहाल 8% लाइसेंस फीस दे रहे हैं ।इसमें से 5% यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन चार्ज करते हैं। टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि अगर लाइसेंस फीस में कमी की गई तो रिचार्ज प्लेनों में भी काफी बदलाव आएगा। भविष्य में रिचार्ज प्लान सस्ते हो जाएंगे जिससे करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी।