गुरुग्राम :- गुरुग्राम में चलने वाली नमो भारत ट्रेन का डिपो दिल्ली-जयपुर हाईवे पर धारूहेड़ा में बनाया जाएगा। इस डिपो को तैयार करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम लिमिटेड (एनसीआरटीसी) को करीब 182 एकड़ जमीन की जरूरत है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने इसके लिए करीब 74 एकड़ जमीन एनसीआरटीसीप को मुहैया करवा दी है। करीब 108 एकड़ जमीन का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है, जिसकी अगली सुनवाई 28 फरवरी निर्धारित है। एनसीआरटीसी ने दिल्ली के सराय काले खां से लेकर रेवाड़ी के धारूहेड़ा तक दिल्ली-जयपुर हाईवे के साथ-साथ नमो भारत ट्रेन को दौड़ाने की डीपीआर तैयार की है।
30 हजार करोड़ रुपये की लागत
इसके निर्माण पर करीब 30 हजार करोड़ रुपये की लागत आनी है। हरियाणा सरकार और एनसीआरटीसी के बीच हुए समझौते के मुताबिक इस ट्रेन के संचालन के लिए हरियाणा सरकार को जमीन निशुल्क देनी है। एनसीआरटीसी ने धारूहेड़ा में इस योजना के तहत डिपो तैयार करने की योजना बनाई है, लेकिन आधे से अधिक जमीन पर विवाद है। इस सिलसिले में एचएसवीपी ने जिला उपायुक्त को रिपोर्ट सौंपी है। एचएसवीपी के एक अधिकारी ने बताया कि धारूहेड़ा के सेक्टर-आठ में उद्योग लगाने के लिए सहगल पेपर मिल को विवादित जमीन आवंटित की गई थी। इसकी एवज में जब राशि का भुगतान नहीं हुआ तो एचएसवीपी एक्ट के तहत जमीन को जब्त करने के लिए इस कंपनी को साल 1980 से लेकर साल 1988 तक नोटिस जारी किए गए। साल 1998 में इस कंपनी ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। तब से लेकर अब तक हाईकोर्ट में यह मामला विचाराधीन है। इस बीच हरियाणा सरकार के आदेश के बाद इस प्लॉट से जुड़ी फाइल को एचएसआईआईडीसी के सुपुर्द कर दिया गया।
इन स्थानों पर बनाए जाएंगे ये स्टेशन
आईएनए, मुनीरका, एरो सिटी में नमो भारत ट्रेन के स्टेशन बनेगा। गुरुग्राम में साइबर सिटी, इफको चौक, राजीव चौक, हीरो होंडा चौक, खेड़की दौला, मानेसर, पचगांव, बिलासपुर चौक और धारूहेड़ा में स्टेशन बनेंगे। गुरुग्राम में चार स्टेशन राजीव चौक, हीरो होंडा चौक, खेड़की दौला और मानेसर स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे।
मेट्रो स्टेशन के स्थान में बदलाव होगा
मेट्रो स्टेशन को अब सेक्टर-29 में बनाने की तैयारी है। एनसीआरटीसी ने सेक्टर-17 मेट्रो स्टेशन को सेक्टर-29 की जमीन पर तैयार करने की योजना बनाई है। ये स्टेशन करीब 19000 वर्ग मीटर जमीन पर बनाया जाएगा। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बनने वाले इस स्टेशन में एचएसवीपी के पांच प्लॉट आ रहे हैं, जिनकी बाजारी कीमत मौजूदा समय में करीब एक हजार करोड़ रुपये है। ये जमीन विवाद रहित है। इसके अलावा इस स्टेशन के निर्माण में एक पेट्रोल पंप भी आ रहा है। सेक्टर-नौ, 10 और 37सी में वैकल्पिक साइट आवंटित की जा सकती है।
अस्थायी तौर पर जमीन की जरूरत
एनसीआरटीसी को इसके अलावा अस्थायी तौर पर भी जमीन की जरूरत है। झाड़सा चौक पर 1269 वर्ग मीटर में अस्थायी कास्टिंग यार्ड बनाने की योजना है। सेक्टर-32 में 3270 वर्ग मीटर जमीन शॉफ्ट के लिए चाहिए। हीरो होंडा चौक पर वेंटीलेशन के लिए 2000 वर्ग मीटर जमीन की जरूरत है। सेक्टर-33 में एनसीआरटीसी को बड़ा कास्टिंग यार्ड बनाना है, जिसके लिए करीब 24 एकड़ जमीन की जरूरत है। इसके अलावा दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर सेक्टर-18 में कास्टिंग यार्ड तैयार करने के लिए अस्थायी तौर पर करीब साढ़े चार एकड़ जमीन की आवश्यकता है।
पेड़ काटने के लिए मंजूरी ली जाएगी
एनसीआरटीसी को झाड़सा चौक पर 6036 वर्ग मीटर, सेक्टर-33 स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में 729 वर्ग मीटर और हीरो होंडा चौक पर 2400 वर्ग मीटर जमीन चाहिए। एचएसवीपी के एक अधिकारी ने बताया कि इन तीनों जगह पर जमीन में किसी तरह का विवाद नहीं है। इस जमीन पर करीब 259 पेड़ लगे हुए हैं, जिन्हें काटने की मंजूरी वन विभाग से लेकर जमीन को एनसीआरटीसी को सौंपा जाएगा। इसके बाद इस संबंधित परियोजना के काम में तेजी आएगी। नमो भारत का डिपो धारूहेड़ा में बनने से लोगों का आवागमन काफी आसान हो जाएगा।