औंधे मुँह गिरे धान के रेट सुन किसानो में हड़कंप, एक दम से इतने रूपए टूटे भाव
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औंधे मुँह गिरे धान के रेट सुन किसानो में हड़कंप, एक दम से इतने रूपए टूटे भाव

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बल्लभगढ़ :- बल्लभगढ़ की अनाज मंडी में इस समय धान के रेट में गिरावट आई है, जिससे किसान काफी परेशान हैं. सरकार ने एक्सपोर्ट खोला है, लेकिन इसके बावजूद किसानों को सही मूल्य नहीं मिल रहा है. किसानों का कहना है कि 1121 और 1718 किस्मों को गलत तरीके से बताया जा रहा है, जिससे वे गुमराह हो रहे हैं. इसके अलावा, रेट में कमी के कारण पैदावार भी प्रभावित हो रही है.

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किसान सुमित शर्मा का बयान

सुमित शर्मा, जो बल्लभगढ़ के मंझावली गांव के निवासी हैं, ने बातचीत में बताया कि उन्हें धान के लिए ठीक रेट नहीं मिल रहा है. सरकार द्वारा एक्सपोर्ट खोले जाने के बावजूद धान का रेट 4,000 या 4,200 रूपये के बीच ही मिल रहा है, जबकि पहले एक्सपोर्ट बंद था तो रेट 5,000 तक पहुंचा था. सुमित शर्मा का कहना है कि उनकी 10 एकड़ जमीन है और उन्होंने मंडी में 25 से 30 क्विंटल धान लाया है, लेकिन रेट बिल्कुल भी सही नहीं हैं. इसके अलावा, किसानों को 1121 किस्म को 1718 बता दिया जा रहा है, और 1718 को 1885 बताया जा रहा है, जिससे वे भ्रमित हो रहे हैं.

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किसान फूल सिंह की शिकायत

फूल सिंह, जो 12 से 13 बीघा जमीन पर धान उगाते हैं, ने बताया कि उन्होंने 4,200 रूपये में धान बेचा, जबकि 4,500 रूपये मिलना चाहिए था. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि 1121 किस्म को 1718 बता रहे हैं, और फिर रेट को 4,500 से घटाकर 4,000 रूपये कर दिया जा रहा है. व्यापारी किसानों को गुमराह कर रहे हैं.

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किसान अशोक कुमार की स्थिति

अशोक कुमार, जो 80 क्विंटल धान लेकर आए हैं, ने बताया कि रेट बहुत मंदा हो गया है. उन्होंने हरियाणा सरकार से अपील की कि धान को अच्छे रेट पर खरीदा जाए. इस बार पैदावार बहुत हल्की रही है, जबकि पिछली बार पैदावार बेहतर थी.

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