दुधारू पशुओं के लिए जहर होती है ये चीज, एक सप्ताह मे खत्म हो जाएगा गाय-भैंस का दूध
Advertisements

दुधारू पशुओं के लिए जहर होती है ये चीज, एक सप्ताह मे खत्म हो जाएगा गाय-भैंस का दूध

Advertisements

नई दिल्ली :- एनिमल एक्सपर्ट डॉक्टर नागेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि तराई इलाके में जानवरों को चारें में गन्ने का अगौला खिलाने का प्रचलन है, लेकिन यह प्रैक्टिस गलत है. खासतौर पर गन्ने का अगौला किसानों को बिल्कुल नहीं देना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से दुधारू पशु कम दूध देने लगते हैं. इससे किसानों को फायदे की जगह नुकसान उठाना पड़ता है.उन्होंने कहा कि अगौला में अधिक शुक्रोज होता है, जो पशुओं के शरीर में जाकर नुकसान करता है और दुधारू पशुओं के दूध उत्पादन की प्रक्रिया को कम कर देता है. डॉक्टर ने कहा कि डेयरी व्यवसाय शुरू करने से पहले प्रशिक्षित होना और पशु के रखरखाव की सही जानकारी होना एक सफल उद्यमी बनने के लिए जरूरी है.

Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now
See also  अमेरिकन रिसर्च के मुताबिक कीवी के छिलकों से कुछ दिनों में मटके जैसा पेट हो सकता है अंदर

Advertisements

उन्होंने आगे बताया कि दुधारू पशु को भोजन उसकी बॉडी और वेट के तीन प्रतिशत से ज्यादा नहीं दिया जाना चाहिए. इसमें एक तिहाई भूसा यानी सूखा चारा और दो तिहाई हरा चारा होना चाहिए. इसके साथ ही, यदि किसानों को अच्छा दूध चाहिए तो उन्हें खुद अपना पशु आहार तैयार करना चाहिए. डॉक्टर ने सलाह दी कि किसान गन्ने का अगौला दुधारू पशुओं को न खिलाएं, क्योंकि इससे दूध उत्पादन में कमी आती है. किसानों को हरे चारे के रूप में बरसीम, चरी, ज्वार, बाजरा, मक्का, हाइब्रिड नैपियर जैसे पौधे देना चाहिए और बाजार का तैयार पशु आहार न देकर खुद का तैयार किया गया आहार देना चाहिए. गन्ने का अगौला खिलाने से दूध में कमी होती है, जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हो सकता है.

See also  School Holidays News: प्रदूषण के कारण सरकार का बड़ा फैसला, स्कूलों में की गई छुट्टियां ऑनलाइन लगेगी क्लास

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Scroll to Top