नई दिल्ली :- सनातन धर्म में घर में छोटा मंदिर रखना सामान्य बात है. जिसमें कई देवी-देवताओं के विग्रह यानी प्रतिमाएं विराजमान होती हैं. लेकिन उसमें एक प्रतिमा को शामिल करने की मनाही है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आप अनजाने में उस प्रतिमा को घर ले आते हैं तो आपके जीवन को तबाह होते देर नहीं लगेगी. इस प्रतिमा के अशुभ प्रभावों की वजह से आपकी जॉब छूट जाएगी और बिजनेस को ठप होते देर नहीं लगेगी. उसके प्रभाव से परिवार भी कलह का शिकार हो जाता है. आइए जानते हैं कि वह प्रतिमा कौन सी है, जिसे घर में कभी नहीं लाना चाहिए.
कभी भी घर में न लाएं इस देवता की प्रतिमा
वास्तु शास्त्र के जानकारों के मुताबिक, शनि देव बिना भेदभाव किए जीवों के कर्मों के आधार पर फल देने वाले निष्ठुर देव माने जाते हैं. मान्यताओं के अनुसार, उन्हें एक बार श्राप मिला था कि वे जिसे भी देखेंगे, उसका अनिष्ट होना शुरू हो जाएगा. यह वजह है कि घर के मंदिर में शनि की मूर्ति रखना वर्जित माना जाता है और जो जातक ऐसा करते हैं, उन्हें बुरे परिणाम भुगतने पड़ते हैं.
खत्म हो जाता है जमा-जमाया कारोबार
ज्योतिष के विद्वान बताते हैं कि किसी भी जातक को घर में शनि प्रतिमा रखने की गलती नहीं करनी चाहिए. उनकी ये छोटी से गलती पतन की बड़ी वजह बन सकती है और उनका जमा-जमाया काम नुकसान का शिकार हो सकते हैं. वे कहते हैं कि केवल घर पर प्रतिमा लाने के ही नहीं बल्कि शनि मंदिर में जाकर शनि के दर्शन के भी कई नियम हैं, जिनका कठोरता से पालन करना चाहिए.
शनि के दर्शन के समय क्या न करें?
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक, अगर आप दर्शन के लिए शनि मंदिर जा रहे हों तो कभी भी शनि देव के सामने खड़े नहीं होना चाहिए. इसके बजाय आप हमेशा प्रतिमा के दाहिनी ओर या बायें ओर खड़े हों. जिससे आप उनके सामने न आएं. दर्शन के दौरान कभी भी उनकी आंखों में न झांकें बल्कि उनके गर्दन से नीचे की प्रतिमा का दर्शन करें. ऐसा करने से आप उनकी दृष्टि से संपर्क में आने से बचे रहेंगे और आपका नुकसान नहीं होगा.