सफेद सोना किसानों के लिए बना वरदान, सातवें आसमान पर पहुंचे कपास के रेट
Advertisements

सफेद सोना किसानों के लिए बना वरदान, सातवें आसमान पर पहुंचे कपास के रेट

Advertisements

नई दिल्ली :- भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां पर अलग-अलग फसलों की खेती की जाती है। भारत में सबसे ज्यादा खेती कपास की होती है। भारत में लगभग विश्व का 33% कपास का उत्पादन किया जाता है। भारत में 125 लाख हेक्टेयर भूमि पर कपास की खेती होती है, जो विश्व की कुल कपास खेती क्षेत्र का 38% है। पिछले साल नरमा और कपास के भाव काफी कम थे, जिस कारण इस साल किसानों ने कपास की खेती की जगह अन्य फसलों को प्राथमिकता दी है ।इसलिए इस साल नरमा और कपास की फसल में काफी गिरावट आई है। पिछले साल के मुकाबले इस साल कपास उत्पादन में 7.4% की कमी होने की संभावना है।

Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now
See also  Kapas Mandi Bhav: कपास के ताजा मंडी भाव जान खिले किसानों के चेहरे, एक साथ राकेट की रफ़्तार से बढे भाव
Kapas Anudan Yojana
Kapas Anudan Yojana

क्या है कपास की खेती में कमी होने के कारण 

इस साल भारत में कपास की खेती कम होने के मुख्य कारण कम बुवाई क्षेत्र और अत्यधिक बारिश से फसल में नुकसान होना है ।कपास संघ भारत के अनुसार इस साल उत्पादन में 302 लाख बेल्स की गिरावट हो सकती है। पिछले वर्ष कपास की खेती 326 लाख बेल्स हुई थी। कपास की कम खेती का प्रभाव निर्यात पर भी देखने को मिलेगा। इसका असर वैश्विक बाजार पर भी होगा। आप सबको बता दे कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कपास उत्पादक देश है। अगर भारत में इस साल कपास की खेती कम होती है तो उससे घरेलू मांग को पूरा कर पाना ही मुश्किल होगा। ऐसे में वैश्विक कपास की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है।

Advertisements
See also  अब पेट्रोल पंप खोलने का सपना होगा साकार, सरकार ने आसान किए नियम

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Scroll to Top